घरों में खुले वातावरण को बनाये रखने का प्रचलन आज की सज्जा शैली में है, इसलिए आजकल सज्जाकार घर के सार्वजनिक क्षेत्रों के बीच दीवारों को नहीं रखते या सिर्फ कांच के दरवाजे या बहुत सूक्ष्म, लगभग अदृश्य दीवारे रखते हैं। इस विचार पुस्तक में हमारे आतंरिक सज्जाकारो ने ऐसे रसोईघरों को प्रस्तुत किया है जो दीवारों और खिड़कियों के बीच सिमित न होकर आँगन और बालकनी जैसे खुले क्षेत्रों में विस्तृत हो गए हैं।
इस तरह के खुले रसोईघर में स्वच्छ हवा के साथ स्वछंद वातावरण भी प्रस्तुत करते हैं जिसमे खाना पकाने का आनंद ही कुछ और है। हम आशा करते हैं कि आपको ये अभिन्यास पसंद आएंगे और आप रसोईघर का बाहरी हिस्सों में विस्तार के बारे में ज़रूर विचार करेंगे। आपकी सभी परियोजनाओं के लिए आप हमेशा हमारे विशेषज्ञों की मदद और सलाह पर भरोसा कर सकते हैं।
हम देखेंगे!
यह सुरुचिपूर्ण सज्जित रसोई दिखाती है कि एल-टाइप डिज़ाइन भव्य क्षेत्रों में भी स्थापित किया जा सकता है क्योंकि यह सभी छोटे और बड़े बिजली के उपकरणों को अलमारियों और लंबी बांह वाले काउंटर पर समायोजित करने के सहायता करता है। रसोई में रचनात्मकता प्रोत्साहित करने के लिए सफ़ेद रंग की पृस्ठभूमि में लकड़ी के मंद रंगों की अल्मारिया सजाये गए है जिन्हे लम्बी खिड़की द्वारा आँगन से जोड़कर आंतरिक जगह को बढ़ाया गया है।
जिस तरह शहरों में घरो के आकर सिकुड़ते जा रहे हैं वह अगर बड़े आँगन का सुखसाधन मिले तो उसका पूरा आनंद उठाना चाहिए। जैसा पिछले डिज़ाइन में बगीचे और रसोईघर में सुन्दर ताल-मेल बैठाया गया था उससे दो कदम आगे बढ़कर यहाँ दोनों को एक आयाम में जोड़ दिया गया है। यह मध्यम आकार की रसोई खुले आँगन से जुड़ी है जहां उन्नत रंग सफेद है, जबकि रसोई खुद ही उज्ज्वल और हड़ताली लाल रंग से सरोबार है और दोनों हिस्सों के बीच इस सुंदर विषमता से वातावरण आकर्षक है।
आँगन या बगीचे के बगल में रसोई बनाना हमेशा अच्छा विचार होता है क्योकि अगर आंतरिक स्थान कम या सिमित लगने तो इसे बढ़ाने के लिए पुरे वातावरणों में सफेद रंग का उपयोग करें ताकि कार्यस्थल विस्तृत लगे। रसोईघर और बाहर के बालकनी को सफ़ेद रंग करके बड़ी खिड़किया और स्लाइडिंग दरवाज़े से जोडने पर प्राकृतिक प्रकाश का आगमन होगा और वातावरण विशाल और विस्तृत प्रतीत होगा।
खुली रसोई में ऐसे सूक्ष्म पृथक्करण वस्तुओ का उपयोग कर सकते हैं जो विभिन्न कमरों के बीच के वातावरण में अंतर दर्शाने के लिए सजावटी टुकड़ो सा लगे। जैसे इस उदहारण में रसोई और दुसरे कमरे के बीच मृदु अलगाव जताने के लिए दीवार का इस्तेमाल किया गया है, उसी तरह द्वीपों, खाने के बार, बनावटी सीलिंग इत्यादि सूक्ष्म शिल्प कलाकृतियों से खुले सजावट वाले इलाको में रसोई और दुसरे कमरों के बीच खंडन किया जा सकता है।
इस प्रकार की रसोई अपार्टमेंट या छोटे घरों की सिमित रसोईघरों के लिए के लिए उत्कृष्ट विकल्प हैं, क्योंकि अगर हम दीवारों को हटा दें जो दोनों जगहों को अलग करती हैं, तो अतिरिक्त फर्नीचर और नए उपकरणों के लिए जगह उत्पन्न होगा। .ये ईंट की दीवारें रसोई में पारम्परिक डिजाइन को नया रूप देतीं है जो हर सज्जा शैली में आकर्षक लगता है।
जहाँ रसोईघर से जुड़े इलाके जैसे आंगन या बालकनी में खुले ओवन या ग्रिल लगे हुए हो तो विस्तृत रसोईघर का आनंद ले सकते हैं। ये विशेष रूप से उन परिवारों के लिए व्यावहारिक होते हैं जहाँ बच्चे हो क्योंकि भोजन अंदर और बाहर दोनों जगह तैयार किया जा सकता है जबकि उसे वो बाहर पिकनिक की तरह खाकर आनंद ले सकते हैं।
जब रसोई घर के बाहर की ओर खुली होती है, तो रसोई में अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था से लाभ होता है, जो घर के किसी भी कमरे के लिए महत्वपूर्ण है। हालांकि, देर रात में, रसोईघर को कृत्रिम प्रकाश की आवश्यकता होगी जो पूरे अंतरिक्ष के इष्टतम कामकाज की अनुमति देगा इसलिए रसोईघर को डिजाइन करते समय ध्यान में रखें की भले दिन के वक़्त कांच के दरवाजों और लम्बी खिड़कियों से रौशनी आये, लेकिन रात के लिए पर्याप्त रोशिनी ज़रूरी है।
प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था और ताज़ी हवा का प्रवाह, ऊर्जा का सञ्चालन बनाये रखने में मद्दद करते हैं ताकि रसोईघर में कार्य करना आनंदमय हो। इस खुले वातावरण वाले रसोईघर में खाने के मेज के चारो ओर पारम्परिक कुर्सियों के बजाय रंगीन कुशनो से सज्जित स्टूल रखे गए है जिससे खाना बनाने वाले और खाने वालो में एक अच्छा ताल -मेल बन जाता है।
- बड़े शहरों में ऐसे रसोईघर कम मिलते हैं जहाँ से इस तरह के प्राकृतिक नज़ारे देखने को मिले या जिसमे इस की तरह पौधों को सजाया जा सके। यहां किचन सज्जाकारो ने रसोईघर को उच्च कोटि के लकड़ी और प्राकृतिक तत्वों से सजाया है और बड़ी खिड़की द्वारा बहार से कनेक्शन दिया गया है।
जब रसोई के आयाम छोटे होते हैं तो आवश्यकतानुसार ज़रूरी वस्तुओ को समायोजित करना पड़ता है। किचन सज्जाकारों ने फ्लोटिंग काउंटर और छोटे भंडारण कैबिनेट के साथ एल आकार के लेआउट में सजावट किया है और पानी का तत्व इंटीरियर में एकीकृत करने के लिए हलके नील रंग के लम्बे खिड़कियों को चमचमते सफ़ेद दीवारों से जोड़ा है ताकि ये कार्यस्थल विस्तृत प्रतीत हो ।
अगर आपकी रसोई घर के पिछवाड़े में स्थित बगीचे के पास है तो दीवार को हटा कर दोनों को दृष्टिगत रूप से इस तरह जोड़ा जा सकता है। बाग़ में खिले फूलो से रंगों का रसोईघर से खूबसूरत संयोजन होता है जो आंतरिक सज्जा के मिश्रण सामग्री प्रदान करता हैं। धातु, कांच और लकड़ी को सुंदर रूप से रसोई में एक प्राकृतिक स्पर्श देने के लिए रखा जा सकता है जो बाहर की हरयाली और रंगो के बहार को और उजागर कर सकते हैं।
रसोईघर में दरवाज़े और खिड़की का महत्व न भूले क्योकि इससे बाहर के माहौल से सीधा सम्बन्ध मिलता है और आंतरिक हिस्सों को उचित रंग संयोजन कर जीवन दे सकते हैं। इस उदाहरण में छोटी रसोई की कलात्मक संतुलन का प्रदर्शर्न किया गया है जहां सूरज का प्रकाश पर्दे के द्वारा खिड़की के माध्यम से प्रवेश करती है और आंतरिक जगह को प्रकाशमान बनाए रखता है।
यदि दरवाजे द्वारा रसोई को बाहर से जोड़ना संभव नहीं है तो इस तरह की बड़ी खिड़की के द्वारा वही कार्य को अंजाम दे सकते हैं। इस अनोखे दीवार पर फैले खिड़की ने एक सृजनात्मक कारीगरी से बगीचे को सीधे रसोईघर से जोड़ दिया है। यह कारीगरी बाहर की सुंदरता को सराहने की अनुमति देते हुए रसोईघर को भी विस्तृत रूप देता है ।
जब रसोईघर की जगह सिमित हो तो उसे भोजन गृह से भी एकजुट करा के लंबाई और चौड़ाई को संरक्षित किया जा सकता है। रसोई को बड़ा करने के लिए पीछे के आँगन की छत को फैलाकर उसके चारो और कांच के दीवारों से खाने का स्थल बनाकर रसोईघर के साथ संगलन किया जा सकता है जिससे हर वक़्त ताज़ी हवा का एहसास होता रहेगा ।
अगर आप एल
आकर के रसोईघरों में रूचि रखते हैं तो इस विचारपुस्तक को ज़रूर देखे ।